Saturday, November 16, 2019

Corbon emission by google search

Carbon emission by google search



       कार्बन का एमिशन करती है एक गूगल सर्च 






 आपके द्वारा की गई गूगल की एक सर्च 0.2 से 7 ग्राम तक कार्बन का एमिशन करती है. 7 ग्राम इतना हुआ जितने में आप एक केतली चाय को उबाल सकते हैं. इस बात का खुलासा शिफ्ट प्रोजेक्ट नाम की संस्था की रिपोर्ट से हुआ है.
रिपोर्ट में लाइव स्ट्रीमिंग को जलवायु परिवर्तन के लिए नया कारण बताया है. हम छह किलोमीटर वाहन चलाकर जितना कार्बन का एमिशन करते हैं उतना आधे घंटे तक लाइव स्ट्रीमिंग वीडियो देखने से होता है. 

वीडियो स्ट्रीमिंग से खतरा बढ़ा

देश और दुनिया में लोगों में वीडियो स्ट्रीमिंग की वजह से क्रेज बढ़ता जा रहा है. ओरिजनल और नए प्रकार का कंटेट होने से ज्यादा लोग इसे देखना पसंद करते हैं. लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, आपका यह शौक इनवायरमेंट के लिए नया खतरा बन कर उभर रहा है. रिसर्च ऑर्गनाइजेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग से उतना  कार्बन एमिशन हुआ जितना की सालभर में स्पेन में होता है. इसके 6 वर्षों में दोगुना होने की आशंका है.
इसमें सबसे अधिक 34 परसेंट लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम और हुलु  से हो रहे हैं. देखा
जाए तो दुनियाभर में नेटफ्लिक्स का लगातार विस्तार हो रहा है. वर्ष 2017 और 2018 के बीच कंपनी के ग्लोबली
स्ट्रीमिंग सब्सक्रिप्शन के राजस्व में 53 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है.

 डेटा सेंटर से होता है 

एमिशन आईटी सेक्टर की एनर्जी के यूज पर नजर रखने वाली ऑर्गनाइजेशन ग्रीनपीस के गैरी कुक का कहना है कि डिजिटल वीडियो बहुत बड़े आकार की फाइल में आते हैं. वीडियो की गुणवत्ता बेहतर होती है और इसका आकार भी बड़ा होता जा रहा है.

 0.3 पटसेंट एमिशन

अधिकांश एनर्जी का यूज स्ट्रीमिंग सेवाओं के लिए डेटा सेंटर करता है. वहां से यह डेटा कम्प्यूटर या डिवाइस
को डिलीवर होता है. हाल ही में आई नेचर संस्था की एक रिपोर्ट में कहा गया कि ऐसे डेटा सेंटर कार्बन डाई
ऑक्साइड एमिशन में 0.3 परसेंट की हिस्सेदारी रखते हैं.


ऊपरी वायुमंडल में है 0.2 परसेंट कार्बन


पृथ्वी पर मौजूद कार्बन का मात्र 0.2 परसेंट ही ऊपरी वायुमंडल और महासागरों में है. अमेरिका की नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज की आई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. स्टडी के मुताविक, पूरी पृथ्वी में 1.85 अरब गीगाटन कार्बन मौजूद है। इस स्टडी में यह भी बताया गया है कि जितना कार्बन डाइऑक्साइड का एमिशन ज्वालामुखियों के जरिए होता है उससे कहीं गुना ज्यादा एमिशन मानवीय गतिविधियों से होता है.


जमीन में कार्बन का लेवल

1. निचली परत में 1.5 अरब गीगाटन

2. ऊपरी लेयर में 03 करोड़ गीगाटन

3. महाद्वीप में 31.5 करोड़ गीगाटन

कहां कितना कार्बन?


1 . गहरे समुद्र में 3700 गीगाटन

2. समुद्र की सतह में 900 गीगाटन

3. समुद्र में नीचे 3000 गीगाटन

4. जीवमंडल में 2000 गीगाटन

5. वातावरण में 590 गीगाटन

ऐसे घटाएं कार्बन फुट प्रिंट


ऑटोप्ले मोड को डिसेबल कर वाईफाई पर लोअर डिफिनेशन में लाइव वीडियो देखनी चाहिए.

घर के रेफ्रिजरेटर की रफ्तार धीमी रखें, सीएफएल बल्बों और वाशिंग मशीन का कम यूज करें 

एनर्जी खपत वाली सभी वस्तुओं का उपयोग सीमित करना होगा वाहन के टायरों में हवा सही रखें 

डिब्बाबंद प्रोडक्ट से छुटकारा व ताजा खाना कुछ ऐसे उपाय है जिनसे हम अपना कार्बन फुटप्रिंट घटा सकते हैं.

07 ग्राम इतना होता है जितने में आप एक केतली चाय को उबाल सकते हैं

08  परसेंट तक कार्बन का एमिशन होने के आसार है डिजिटल टेक्नॉलाजी से 2025 तक

04 परसेंट कार्बन का एमिशन दुनिया में डिजिटल टेक्नॉलाजी की वजह से हो रहा है



2018 में ऑनलाइन वीडियो से 30 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड का एमिशन हुआ शिप्ट प्रोजेक्ट संस्था की टिपोर्ट में हुआ इसका खुलासा

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