Ayodhya verdict (Chief justice)

490 वर्षों से चल रहा देश का सबसे
बड़ा हिंदू-मुस्लिम विवाद खत्म
अयोध्या की 2.77 एकड़ विवादित भूमि रामलला के नाम मुस्लिमों को मस्जिद के लिए अयोध्या
में ही कहीं और 5 एकड़ जमीन मिलेगी
विवादित जमीन रामलला की है. तीन पक्ष में जमीन बांटने का हाई कोर्ट का फैसला तार्किक नहीं था. सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ की वैकल्पिक जमीन दी जाए. केंद्र सरकार तीन महीने में ट्रस्ट बना कर फैसला करे. ट्रस्ट के मैनेजमेंट के नियम बनाए, मंदिर निर्माण के नियम बनाए. विवादित जमीन के अंदर और बाहर का
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई
पांच सदस्यीय बेंच का नेतृत्व कर रहे रंजन गोगोई अक्टूबर 2018 में चीफ जस्टिस बने थे. उनका कार्यकाल 17 नवंबर 2019 को खत्म होने जा रहा है. इससे पहले 2001 में वे गुवाहाटी हाईकोर्ट के जज और पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रह चुके हैं.वे सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बनने वाले पूर्वोत्तर के पहले शख्स हैं. नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (एनआरसी) का मामला भी इनके बड़े फैसलों में शुमार रहा है. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की कार्यप्रणाली पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल उठाने वालों जजों में भी जस्टिस गोगोई शामिल रहे थे. इनके पिता केशबचंद्र गोगोई पूर्व में असम के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
जस्टिस एसए बोबड़े
इनका पूरा नाम शरद अरविंद बोबड़े है. जस्टिस बोब्ड का जन्म 24 अप्रैल 1956 को नागपुर में हुआ था.साल 2000 में जस्टिस बोबड़े बॉम्बे हाईकोर्ट में एडिशनल जज बने थे.इसके बादे वे मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने. साल 2013 में जस्टिस बोबडे सुप्रीम कोर्ट के जज बने. उनका कार्यकाल 23 अप्रैल 2021 तक है. फिलहाल, वे जस्टिसं गोगोई कार्यकाल खत्म होने के बाद सीजेआई बनने की रेस में वरिष्ठता के आधार पर सबसे आगे चल रहे हैं.
जस्टिस एस अब्दुल नजीर जस्टिस
एस अब्दुल नजीर का जन्म 5 जनवरी 1958 को कर्नाटक के एक गांव बेलूवई में हुआ था. वही महावीर कॉलेज से बीकॉम की डिग्री ली. फिर एसडीएम लॉ कॉलेज, मैंगलोर से कानून की पढ़ाई की.जस्टिस नजीर ने 1983 में कर्नाटक हाईकोर्ट से वकालत शुरु की. आगे चलकर वहीं एडिशनल जज और फिर जज बने. 17 फरवरी 2017 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया. जस्टिस नजीर देश के तीसरे ऐसे जज हैं, जिन्हें किसी हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बने बिना ही सुप्रीम कोर्ट में जज के पद पर नियुक्ति मिली.
जस्टिस अशोक भूषण
जस्टिस अशोक भूषण का जन्म 5 जुलाई 1956 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर में हुआ था. उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. 1979 में उत्तर प्रदेश बार काउंसिल ज्वाइन किया था. इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत कर चुके हैं. साल 2001 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज बने. 2014 में केरल हाईकोर्ट के जज बने और एक साल बाद यहीं चीफ जस्टिस भी बने. 13 मई 2016 को जस्टिस अशोक भूषण को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया.
जस्टिस डीवाई चंद्रवूड
11 नवंबर 1959 को जन्मे जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ के पिता यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं. जस्टिस चंद्रचूड़ ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेंस कॉलेज और फिर हॉवर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है.
सुप्रीम कोर्ट से पहले वह बॉम्बे हाईकोर्ट के जज और इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं. 13 मई 2016 को उन्हें सुप्रीम का जज नियुक्त किया गया. जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सबरीमाला, समलैंगिकता समेत कई बड़े मामलों की सुनवाई की है.
Ayodhya Verdict (Chief justice)
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